मेरी सांसें मेरी धड़कन तू मौसम की रवानी है
रगों में इश्क तेरा है, तू ही अब जिंदगानी है।
ये उजली-सी सुबह तू है, तू ही अब शाम है मेरी
ये तारे, चांद, ये ऋतुएं, तेरी ही बस कहानी हैं
जीवन की नदी में एक नाजुक कंकड़ी-सी ये
मोहब्बत, मेरे ख्वाबों मेरी यादों से पुरानी है।
मेरी सांसों का मकसद तू, मेरे जीवन का हासिल तू
तेरी सूरत, तेरी आंखें खुदा की मेहरबानी हैं।
तुझे एक पल भी जो भूलूं, लगे जिंदा नहीं हूं मैं
तेरा हंसता हुआ चेहरा मेरी आंखों का पानी है।
भले मजबूर हूं कितनी, मैं तुझसे दूर हूं कितनी
तेरी सांसें मेरी धड़कन, तेरी ही मैं दीवानी हूं।
मेरी शोहरत है तू, चाहत है तू, अभिमान तू ही है
मैं जिंदा हूं तो तू ही मेरे जीने की निशानी है।
तेरी हसरत करूं न तो करूं क्या ये बता दे तू
तेरे दम से मोहब्बत है, तेरे दम से जवानी है।
मोहब्बत के अहसास को महसूस करने के अल्फ़ाज़ों में एक नयी ताज़गी सी आ गयी है
ReplyDeleteउम्दा नज़्म
हाँ अनुषा शायद सच कह रही हो
Deleteवाह ! बहुत खूबसूरत गज़ल ! बहुत खूब लिखा है !
ReplyDeleteबहुत बहुत धन्यवाद
Deleteबहुत ख़ूबसूरत ग़ज़ल...सभी अशआर उम्दा...
ReplyDeleteजी धन्यवाद !
Deleteबहुत ही सुंदर , जी धन्यवाद !
ReplyDeleteInformation and solutions in Hindi ( हिंदी में समस्त प्रकार की जानकारियाँ )
धन्यवाद ! आशीष अवस्थी जी
Deleteमेरी सांसों का मकसद तू, मेरे जीवन का हासिल तू
ReplyDeleteतेरी सूरत, तेरी आंखें खुदा की मेहरबानी हैं...
मुहब्बत के खूबसूरत लम्हों को संजो कर लिखी ग़ज़ल ... उम्दा अशआर ...
बहुत बहुत धन्यवाद
ReplyDeleteप्रेम का भाव होता ही ऐसा है। बहुत भावपूर्ण रचना। स्वयं शून्य
ReplyDeleteधन्यवाद राजीव उपाध्याय जी
DeletePrem ho jaaye to fir sab rang sunder lagte hain.... Bahut khubsurat rachna ahsaas bhare shabdo ka sanyojan .... !!
ReplyDeletethank u so much pari ji
Deleteबहुत खूबसूरत भाव, उम्दा रचना, बधाई.
ReplyDeleteबहुत धन्यवाद
Deleteबुत सुन्दर भाव सुन्दर शब्दों का जामा !
ReplyDeleteनवरात्रों की हार्दीक शुभकामनाएं !
शुम्भ निशुम्भ बध - भाग ५
शुम्भ निशुम्भ बध -भाग ४
धन्यवाद
Deleteबेशक बहुत सुन्दर लिखा और सचित्र रचना ने उसको और खूबसूरत बना दिया है.
ReplyDeleteबहुत धन्यवाद
Deleteसुन्दर प्रेमभाव.
ReplyDeleteधन्यवाद
Deleteमोहब्बत को बखूबी बयान किया है आपने ,
ReplyDeleteमेरे ब्लॉग पर भी आपका स्वागत है.
http://iwillrocknow.blogspot.in/
ji bilkul ayege apke blog par..
Deletethank u so much
मेरे ब्लॉग पर पधारने और मेरी रचना को सराहने के लिए आपका बहुत बहुत धन्यवाद
Deleteji shukriya
Deletekhoobsurat gazal ....shubhkamnaye..
ReplyDeletevisit here plz and join my blog
anandkriti007.blogspot.com
thanks a lot anand ji.. definately i will visit your blog
Deleteआपका ब्लॉंग यहाँ पर हैँ।
ReplyDeletehttp://rsdiwraya.blogspot.com/2014/09/blog-post_4.html जरूर पधारेँ।
धन्यवाद
Deleteबहुत बहुत धन्यवाद
ReplyDeleteआपकी रचना काफी अच्छी लगी।मेरे नए पोस्ट पर आपकी प्रतीक्षा रहेगी।
ReplyDeleteबहुत धन्यवाद
Deleteबढ़िया रचना , मंगलकामनाएं आपको !!
ReplyDeleteबहुत बहुत धन्यवाद
Deleteमाशा अल्लाह,,,
ReplyDeleteसादर आभार आसिफ जी
DeleteWajah farmaya.
ReplyDeleteआभारी हु
Deleteजी जरुर. आभारी हु
ReplyDeleteसुन्दर प्रस्तुति...........दीवाली की हार्दिक शुभकामनायें! मेरी नयी रचना के लिए मेरे ब्लॉग "http://prabhatshare.blogspot.in/2014/10/blog-post_22.html" पर सादर आमंत्रित है!
ReplyDeleteआभारी हु
Deleteअनुपम प्रस्तुति......आपको और समस्त ब्लॉगर मित्रों को दीपोत्सव की हार्दिक शुभकामनाएँ......
ReplyDeleteनयी पोस्ट@बड़ी मुश्किल है बोलो क्या बताएं
आभारी हु
Deleteख़ूबसूरत अभिव्यक्ति… दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएँ...
ReplyDeleteबहुत धन्यवाद
Deleteहर शेर मोहब्बत में डूबी हुई
ReplyDeleteसुन्दर गजल !
बहुत बहुत धन्यवाद
Deleteक्या बात ह !!!!
ReplyDeleteबहुत ही अच्छा ।
पर नहीं लगता की इस दुनिया में अब भी इतना समर्पित होने वाले का कोई वजूद होगा ।
http://dharmraj043.blogspot.com/2015/01/blog-post.html
खूबसूरत अशआर।
ReplyDeleteबहुत ही अच्छी रचना। प्रस्तुत करने के लिए धन्यवाद।। मेरे पोस्ट पर आपका इंतजार रहेगा।
ReplyDeleteभावपूर्ण एव हृदयस्पर्शी अभिव्यक्ति।मेरे नए पोस्ट पर आपका इंतजार रहेगा।
ReplyDeleteएक-एक मिसरा बेहतरीन।बहुत खूब।
ReplyDeleteएक-एक मिसरा बेहतरीन।बहुत खूब।
ReplyDeleteएक-एक मिसरा बेहतरीन।बहुत खूब।
ReplyDeleteआभार आपका
Deleteबेहतरीन , लिखा है जी
ReplyDeleteआभारी हू
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