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Thursday 25 September 2014

ऐ मेरी मोहब्बत



मेरी सांसें मेरी धड़कन तू मौसम की रवानी है
रगों में इश्क तेरा है, तू ही अब जिंदगानी है।

ये उजली-सी सुबह तू है, तू ही अब शाम है मेरी
ये तारे, चांद, ये ऋतुएं, तेरी ही बस कहानी हैं

जीवन की नदी में एक नाजुक कंकड़ी-सी ये
मोहब्बत, मेरे ख्वाबों मेरी यादों से पुरानी है।

मेरी सांसों का मकसद तू, मेरे जीवन का हासिल तू
तेरी सूरत, तेरी आंखें खुदा की मेहरबानी हैं।

तुझे एक पल भी जो भूलूं, लगे जिंदा नहीं हूं मैं
तेरा हंसता हुआ चेहरा मेरी आंखों का पानी है।

भले मजबूर हूं कितनी, मैं तुझसे दूर हूं कितनी
तेरी सांसें मेरी धड़कन, तेरी ही मैं दीवानी हूं।

मेरी शोहरत है तू, चाहत है तू, अभिमान तू ही है
मैं जिंदा हूं तो तू ही मेरे जीने की निशानी है।

तेरी हसरत करूं न तो करूं क्या ये बता दे तू
तेरे दम से मोहब्बत है, तेरे दम से जवानी है।

58 comments:

  1. मोहब्बत के अहसास को महसूस करने के अल्फ़ाज़ों में एक नयी ताज़गी सी आ गयी है
    उम्दा नज़्म

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    1. हाँ अनुषा शायद सच कह रही हो

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  2. वाह ! बहुत खूबसूरत गज़ल ! बहुत खूब लिखा है !

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    1. बहुत बहुत धन्यवाद

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  3. बहुत ख़ूबसूरत ग़ज़ल...सभी अशआर उम्दा...

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    1. धन्यवाद ! आशीष अवस्थी जी

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  5. मेरी सांसों का मकसद तू, मेरे जीवन का हासिल तू
    तेरी सूरत, तेरी आंखें खुदा की मेहरबानी हैं...
    मुहब्बत के खूबसूरत लम्हों को संजो कर लिखी ग़ज़ल ... उम्दा अशआर ...

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  6. बहुत बहुत धन्यवाद

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  7. प्रेम का भाव होता ही ऐसा है। बहुत भावपूर्ण रचना। स्वयं शून्य

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    1. धन्यवाद राजीव उपाध्याय जी

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  8. Prem ho jaaye to fir sab rang sunder lagte hain.... Bahut khubsurat rachna ahsaas bhare shabdo ka sanyojan .... !!

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  9. बहुत खूबसूरत भाव, उम्दा रचना, बधाई.

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  10. बुत सुन्दर भाव सुन्दर शब्दों का जामा !
    नवरात्रों की हार्दीक शुभकामनाएं !
    शुम्भ निशुम्भ बध - भाग ५
    शुम्भ निशुम्भ बध -भाग ४

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  11. बेशक बहुत सुन्दर लिखा और सचित्र रचना ने उसको और खूबसूरत बना दिया है.

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  12. मोहब्बत को बखूबी बयान किया है आपने ,
    मेरे ब्लॉग पर भी आपका स्वागत है.
    http://iwillrocknow.blogspot.in/

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    1. ji bilkul ayege apke blog par..
      thank u so much

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    2. मेरे ब्लॉग पर पधारने और मेरी रचना को सराहने के लिए आपका बहुत बहुत धन्यवाद

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  13. khoobsurat gazal ....shubhkamnaye..

    visit here plz and join my blog
    anandkriti007.blogspot.com

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    1. thanks a lot anand ji.. definately i will visit your blog

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  14. आपका ब्लॉंग यहाँ पर हैँ।
    http://rsdiwraya.blogspot.com/2014/09/blog-post_4.html जरूर पधारेँ।

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  15. बहुत बहुत धन्यवाद

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  16. आपकी रचना काफी अच्छी लगी।मेरे नए पोस्ट पर आपकी प्रतीक्षा रहेगी।

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  17. बढ़िया रचना , मंगलकामनाएं आपको !!

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    1. बहुत बहुत धन्यवाद

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  18. माशा अल्लाह,,,

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    1. सादर आभार आसिफ जी

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  19. जी जरुर. आभारी हु

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  20. सुन्दर प्रस्तुति...........दीवाली की हार्दिक शुभकामनायें! मेरी नयी रचना के लिए मेरे ब्लॉग "http://prabhatshare.blogspot.in/2014/10/blog-post_22.html" पर सादर आमंत्रित है!

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  21. अनुपम प्रस्तुति......आपको और समस्त ब्लॉगर मित्रों को दीपोत्सव की हार्दिक शुभकामनाएँ......
    नयी पोस्ट@बड़ी मुश्किल है बोलो क्या बताएं

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  22. ख़ूबसूरत अभिव्यक्ति… दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएँ...

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  23. हर शेर मोहब्बत में डूबी हुई
    सुन्दर गजल !

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    1. बहुत बहुत धन्यवाद

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  24. क्या बात ह !!!!
    बहुत ही अच्छा ।
    पर नहीं लगता की इस दुनिया में अब भी इतना समर्पित होने वाले का कोई वजूद होगा ।
    http://dharmraj043.blogspot.com/2015/01/blog-post.html

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  25. खूबसूरत अशआर।

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  26. बहुत ही अच्‍छी रचना। प्रस्‍तुत करने के लिए धन्‍यवाद।। मेरे पोस्ट पर आपका इंतजार रहेगा।

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  27. भावपूर्ण एव हृदयस्पर्शी अभिव्यक्ति।मेरे नए पोस्ट पर आपका इंतजार रहेगा।

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  28. एक-एक मिसरा बेहतरीन।बहुत खूब।

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  29. एक-एक मिसरा बेहतरीन।बहुत खूब।

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  30. एक-एक मिसरा बेहतरीन।बहुत खूब।

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  31. बेहतरीन , लिखा है जी

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